टिकारी/बिहार
टिकारी से ओमप्रकाश की रिपोर्ट
बुढ़वा मंगल का त्योहार मंगलवार को धूमधाम से मनाया गया। शहर के ऐतिहासिक हनुमान मंदिर की विशेष सजावट की गई थी। लाइट से जगमग मंदिर लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा था। मंदिर के गर्भगृह में स्थित दक्षिणाभिमुखी भगवान महावीर के लालिमा से परिपूर्ण मुखारबिंद से झलकती हुई अनुपम अलौकिक छटा की झलक पाने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से देर रात तक यहां श्रद्धालु पूजा करने के लिए कतार में लगे रहे। शहर के तिताईगंज, रानीगंज, अंदरकिला, रिकाबगंज, देवधरपुर, छावनी, बहेल्यिा बिगहा के अलावा चिरैली, जगदर समेत कई गांवों से लोग जुट थे। मंदिर के पुजारी श्री श्री 1008 श्री पारस बाबा ने विशेष पूजा-अर्चना की। देर रात सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। परंपरिक तरीके से स्थानीय कलाकारों ने भगवान हनुमान को समर्पित गीत गाये। जानकारों ने बताया कि भाद्रपद माह का अंतिम मंगलवार है जिसे बुढ़वा मंगल कहा जाता है। बुढ़वा मंगलवार को हनुमान जी की पूजा और दर्शन करने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं और अटके हुए काम पूरे होने लगते हैं। बुढ़वा मंगलवार को बजरंगबली को सिंदूर चढ़ाने से हर मनोकामना पूरी हो जाती है। हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए इस दिन बुढ़वानल का पाठ करना शुभ माना जाता है।