
करगहर / रोहतास / बिहार
किसान महासंघ के केंद्रीय कार्यालय करगहर में गुरुवार को जगदीश सिंह के अध्यक्षता में सरदार वल्लभभाई पटेल की 144वीं जयंती धुमधाम से मनायी गई।जयंती के अवसर पर किसान महासंघ के संस्थापक रामाशंकर सरकार ने कहा कि आज हम किसानों को पटेल जी जैसा किसान नेता की जरूरत है ।वे स्वंतत्रता सेनानी तथा किसान नेता थे ।पटेल जी किसान परिवार से आते थे।वे गांव में किसानों के दुख दर्द को बहुत नजदीक देखा और महसुस किया था।वे किसान के मांग के लिए अग्रेजों के खिलाफ आंदोलन किया था और मांग मानने के लिए अंग्रेजों को मजबुर किया ।जब वे सरकार में आये तो देश के विकास के लिए गांव को केंद्र माना था उन्होंने सोचा की जबतक गाँवों का विकास नही होगा,किसानों की आर्थिक दशा नही सुधरेगी और उनका विकास नही होगा,तबतक देश का विकास असंभव है,।वे 1950के बाद केंद्रीय बजट में कृषि पर 40%खर्च करने की प्रावधान किये और कृषि का विकास हुआ ।लेकिन उनके मरने के बाद केंद्रीय बजट में कृषि पर खर्च का बजट घटते घटते आज 3% पर आ गया है।जिस कारण हम किसानों की आर्थिक दशा बिलकूल दयनीय हो गई है।आज हम किसान महासंघ के सदस्यों संकल्प लेते है कि हम लोग गांव गांव जाकर किसानों के बीच पटेल जी के विचारों को बतायेंगे।कि वे किसानों के विकास के लिए कौन सा कदम उठाये थे।जयंती के अवसर पर उपस्थित कामेश्वर सिंह, राम अशीष सिंह, सरयू सिंह,रामाशंकर सिंह,राम भरत सिंह,लोकेश सिंह,शिवमुनि सिंह,हरिद्वार सिंह,कामेश्वर साह,दरोगा सिंह सहित आदि लोग उपस्थित थे