वतनफरोस्त ही मांग रहे वतनपरस्ती का सर्टिफिकेट- वली रहमानी
समस्तीपुर/बिहार
समस्तीपुर से प्रियांशु कुमार की रिपोर्ट
गैर संवैधानिक नागरिकता कानून के खिलाफ समाहरणालय के समक्ष संविधान बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले आहूत सत्याग्रह को बतौर मुख्य वक्ता क्रांतिकारी एक्टिविस्ट वली रहमानी ने बुधवार को संबोधित करते हुए कहा कि देशभर में जारी लडाई आने वाले दिनों के इतिहास को मोड़ने की लड़ाई हैं। चौकीदार अपने चौकीदारी भूल गए हैं। वोटरकार्ड, पासपोर्ट, आधारकार्ड, आवास प्रमाणपत्र आदि को सरकार नागरिकता का सर्टिफिकेट नहीं माना रही है तो हमारे पास बचा क्या। उन्होंने सत्याग्रही को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा- संघ के झांसे में नहीं आएंगे, एनपीआर ही एनआरसी है। उन्होंने उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि घर पर एनआरपी के लिए फार्म भरने वाले कर्मी को प्यार से बैठाकर चाय पिलाएंगे लेकिन कागज नहीं दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि यह देश था, है और रहेगा लेकिन सरकार आएगी और जाएगी। आज यह लड़ाई देश के खिलाफ नहीं है बल्कि यह लड़ाई भाजपा संघ सरकार के खिलाफ है। उन्होंने कहा की नागरिकता कानून लाकर देश को बांटने की साजिश की जा रही है, भारत भाजपा- संघ के इस मनसूबे को कामयाब नहीं होने देगा। फुल बाबू सिंह, रेणू राज एवं इसरार दानिश की तीन सदस्यीये अध्यक्षमंडली ने सभा की अध्यक्षता की। संचालन उजमा रहीम एवं नसरीन अंजुम ने किया। जितेंद्र सिंह चंदेल, अकबर अली, अकबर रजा, खुर्शीद खैर, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, फैजू रहमान फैज, मोइन खान, मुर्शीद आलम, सबा, गुलनाज, रोकईया, शाहरुख, खालिद अनवर, पप्पू खान,
मोहम्मद रूबैद, मै नौशाद खान, मोहम्मद जुबैर, मोहम्मद नौशाद, अख्तरी, जीनत प्रवीण, मोहम्मद कमालुद्दीन, मशीर आलम सिद्धकी, राम विनोद पासवान, दिलनाज, मसूद आलम आदि ने सभा को संबोधित किया। विदित हो कि नागरिकता काला कानून को वापस लेने की मांग पर मुख्यालय के बस स्टैंड में आयोजित सत्याग्रह 27 दिनों से अनवरत जारी है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। सभा में महिलाओं की संख्या अधिक रही।