सासाराम
जी यह घटना रोहतास जिला के जिला सदर अस्पताल सासाराम में घटी है बता दें कि जुड़वा 2 बहने उम्र लगभग 2 साल जिनकी तबीयत रविवार रात्रि से खराब हुआ था दोनों बहनों को एक साथ उल्टी और दस्त होना शुरू हो गया दोनों बहने अपने गांव हगीरकी में ही थी तथा उन दोनों की माता पिता वहीं पर झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराएं जब मामला गंभीर हुआ तो सासाराम सदर अस्पताल में भेज दिया जुड़वा बहने गरीब परिवारों से थी जिसके चलते निजी अस्पताल में नहीं जा सकी जुड़वा बहनों के मां अपने गांव के दो महिलाओं के साथ लेकर सासाराम सदर अस्पताल पहुंची तथा अस्पताल के बाहर लोटपोट कर रो रही थी किंतु उन बिलखती महिलाओं पर किसी डॉक्टर या किसी पदाधिकारी का ध्यान आकर्षित नहीं हुआ तभी वहां पत्रकार पहुंचकर उन लोगों को सदर अस्पताल ट्रामा सेंटर सासाराम में भर्ती कराया ड्यूटी पर तैनात डॉ बीके पुष्कर ने इलाज करते हुए काफी मशक्कत के बाद भी नहीं बचा पाए तथा दोनों बच्चियों ने दम तोड़ दिया डॉक्टर ने परिजनों को समझाते हुए बोले की सही समय पर और सही डॉक्टर के पास किसी भी रोगी को इलाज कराना चाहिए ताकि कोई गंभीर स्थिति या खतरा की स्थिति ना आ पाए अंत में डॉक्टर ने अफसोस करते हुए बोल दिया आई एम सॉरी