सासाराम संदीप भेलारी
रोहतास कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लोगों के रक्त में ऑक्सीजन की कमी एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। ऑक्सीजन को प्रदेश से लेकर देशभर में मारा-मारी मची है। इस संबंध में राजकीय आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रो. दिनेश्वर प्रसाद ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी हमारे वातावरण में न हो इसके लिए हमारे पूर्वजों ने काफी ध्यान दिया था। इसीलिए घरों में तुलसी के पौधे लगाए जाते थे। तुलसी का पौधा चौबीस घंटे ऑक्सीजन प्रदान करता है। तुलसी के पौधे के आसपास ऑक्सीजन की प्रचूरता बनी रहती है। इसके अलावा कपूर एवं आजवाइन को सूंघते रहने से भी शरीर में आक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। इसके अलावा नीम, पीपल एवं बरगद के पेड़ों के नीचे बैठने से भी शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल जाता है
ऑक्सीजन लेवल 90 से नीचे होना खतरनाक
इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. एके झा का कहना है कि सामान्यत: मानव शरीर में ब्लड में ऑक्सीजन की मात्रा 95 से 100 फीसद होनी चाहिए। 94 फीसद से कम होने लगे तो लोगों को सावधान हो जाना चाहिए। 90 फीसद से कम होने पर तो तत्काल चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। ऑक्सीजन लेबल कम होने पर मरीज को सांस लेने में परेशानी होने लगती है। यह कोरोना संक्रमण का लक्षण हो सकता है
सुबह में आधा घंटा जरूर करें प्राणायाम
योगगुरु शिवजी का कहना है कि वर्तमान संकट के दौर में कम से कम आधा घंटा प्राणायाम करना बहुत जरूरी है। सुबह में अनुलोम-विलोम प्राणायाम दस-दस मिनट के अंतराल पर अवश्य करें। यह प्राणायाम करने से शरीर में ऑक्सीजन लेवल ठीक रहता है। इसके अलावा भस्त्रिका प्राणायाम से भी लोगों को शरीर में ऑक्सीजन लेवल बनाए रखने में मदद मिलती है