नोखा। प्रखंड क्षेत्र में शीतलहर का कहर बढ़ता ही जा रहा है रविवार को भी आसमान में कोहरे की घनी चादर फैली रही जिस कारण अचानक से ठंड काफी बढ़ गई है कड़ाके की ठंड के चलते जनजीवन थम सा गया है सड़क पर काम करने और खुले आसमान के नीचे रहने वालों के लिए ठंड एक बड़ी चुनौती बन गई है हालात ऐसे हैं कि पिछले चार-पांच दिनों से लोगों को सूर्य देव के दर्शन नहीं हो सके हैं इस कारण जगह-जगह लोग अलाव के सहारे ठंड दूर करने की कोशिश में लगे हैं नप प्रशासन की ओर से शहर के चौक चौराहों के अलावा अन्य जगह अलाव के लिए लकड़ियां भी मुहैया नहीं कराई गई है। क्षेत्र में आज सुबह के वक्त से कोहरा और धुंध छाया हुआ है। जनवरी के तीसरे सप्ताह में भी लोग सर्दी का सितम झेल रहे हैं। आज के तापमान की बात करें तो अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच महज दस डिग्री का फर्क रहा। शहर में सुबह पारा न्यूनतम दो और अधिकतम 15 रहा। जबकि दोपहर में न्यूनतम पांच और अधिकतम 19 डिग्री रहा। छह किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बर्फीली हवाएं चल रही थी। जिस कारण कोल्ड वेभ की स्थिति बनी हुई है।
वहीं मौसम विभाग की मानें तो आने वाले चार से पांच दिनों तक लोगों को ठंड से राहत नहीं मिलने वाली है. ठंड का यह मिजाज 22 जनवरी तक जारी रह सकता है. शनिवार को अधिकतम तापमान 16.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान छह डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार राज्य के दक्षिणी हिस्से में जहां उत्तर पश्चिम दिशा से बर्फीली हवाएं कनकनी लेकर आ रही हैं, वहीं दक्षिणी भाग में पुरवइया हवा नमी पैदा कर रही है. पर्वतीय भागों में बर्फबारी की वजह से उत्तर-पश्चिम दिशा से आने वाली हवाएं गलन लेकर आ रही हैं। पारा गिरने के कारण अभी भीषण ठंड जारी रहेगी। इससे कनकनी व ठिठुरन बढ़ेगी।
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