विवेक कुमार यादव
कृषि सुधार और किसानों को सशक्त करने का दावा करने वाले तीन बिलों को लेकर ना सियासत थम रही है और ना ही किसानों का विरोध। कल राज्यसभा के अंदर जो कृषि कानून पास किया गया, आप नेता राजेश कुमार सिंह ने घोर विरोध किया, कहा आम आदमी पार्टी आंदोलन से निकली हुई पार्टी है, चाहे सड़क हो या संसद जब – जब अन्याय की पराकाष्ठा को पार किया जाएगा तब- तब हमारे क्रांतिकारी सिपाही जनता की आवाज बन कर लड़ेंगे। देश में चल रही तानाशाही सरकार, जनविरोधी सरकार, युवाओं को नजरअंदाज करने वाली सरकार, बेरोजगारी समस्या बढ़ाने वाली सरकार जो आज कृषि बिल पास करवाई है। इस कानून से किसान अपने ही खेत में सिर्फ मजदूर बनकर रह जाएंगे। NDA सरकार के कृषि-विरोधी “काले कानून” से किसानों को एपीएमसी/किसान मार्केट खत्म होने पर एमएसपी कैसे मिलेगा ? एमएसपी की गारंटी क्यों नहीं ? आगे उन्होंने कहा एक्ट में संशोधन बड़ी कंपनियों और बड़े व्यापारियों के हित में किया गया है, भाजपा सरकार किसानों को पूंजीपतियों का “गुलाम” बना रहे हैं।