पटना/बिहार
विधायक पद का चुनाव कोई सरकारी नौकरी की वैकेंसी नहीं,यह राज्य विधायिका का सबसे जिम्मेवार पद है, जिससे जनता के भविष्य निर्भर है,जिसका निर्वाचन नौसिखुआ लोगो की जगह सार्वजनिक जीवन जीने वाले व संसदीय अनुभ वी लोगो को ही होना चाहिए। अन्यथा यह कमाने खाने व अकूत संपत्ति अर्जित करने,भोग भोगने व मात्र शोभा की वस्तु बनकर रह जाएगी। विगत डेढ़ दशक से कमोवेश ऐसा ही है,जिसे परिवर्तन गेंद जनता मालिक के पास आ गया है,आप सीधे गोल मारते हैं या कॉर्नर गोल यह आपको तय करना है। जबतक सादगी, सक्षम, सस्ता , संघर्षशील व सुलभ स्थानीय सर्वमान्य नेतृत्व का चुनाव नहीं करेंगे, दिनारा विधानसभा क्षेत्र या किसी क्षेत्र का भला नहीं होगा। धनबल बाहुबल व दलबल के सहारे लगातार जनबल अपमानित करना लोकतंत्र व विधायिका के लिए खतरा है।जो भी मात्र चुनावी सीजनल में बाहरी अजनबी चेहरे लावल स्कर के साथ आज पहुंच रहे है, दिनारा के मतदाता मालिकों को उनसे सीधा सवाल करना चाहिए कि चुनाव आने से पूर्व आपने यहां के कितने क्षेत्रीय सवालों के लिए लडा था ? जब सड़क से आवाज नहीं तो राज्य के सदन में कैसे जनता के लिए लड़ेंगे? मतदाता मालिक स्पष्ट निर्णय ले कि 2020 में राजनीतिक दल अगर सूझबूझ से क्षेत्रीय सक्षम सर्वमान्य नेतृत्व उतरता है तो स्वागत,अन्यथा हम नोट, ख शी,मुर्गा,भोज, दारू, पर नहीं बिकेंगे व वैसे चीजों पर सौ बार थूकेंगे और अपने बीच के सर्वमान्य व तेज तर्रार चेहरे से नामांकन दाखिल कर हेलीकॉप्टर दार, काफिलादर, मालदार, स्टार प्रचारकों के महंगे चुनाव प्रणाली का बहिष्कार कर कर्पूरी जयप्रकाश, लोहिया,गांधी , आंबेडकर,शिवपूजन शास्त्री, रामनारायण साह, रामाशीष कुशवाहा आदि के सपनों का दिनारा विधानसभा क्षेत्र बनाते हुए समृद्ध बिहार बनाएंगे। सादर अभिवादन के साथ प्रो अशोक कुमार गुप्ता पूर्व प्रत्याशी दिनारा विधानसभा क्षेत्र व संयोजक वोटर चौपाल।