सीतापुर से ब्यूरो चीफ अजय सिंह की रिपोर्ट
सीतापुर उत्तर प्रदेश की पुलिस के अधिकारी से लेकर पुलिस कांस्टेबल तक अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं 24 घंटे की ड्यूटी करके अपना घर परिवार त्यागकर देश प्रदेश की जनता के लिए हर पल दिन रात एक कर के हिफाजत करने का कार्य कर रही है कोरोना जैसी महामारी में भी सबसे अहम भूमिका उत्तर प्रदेश पुलिस की रही है जहां भी कोई कोरोना रोग से ग्रसित व्यक्ति की जानकारी का पता लगता है वहां पर सबसे पहले पुलिस की तैनाती कर दी जाती है क्या पुलिस को को रोना बीमारी से डर नहीं लगता है क्या सारी व्यवस्थाएं से उत्तर प्रदेश पुलिस लाइट्स है जो कोरोना जैसी महामारी से लड़ सके समुचित व्यवस्था में हैं एक सोचनीय एवं गंभीर विषय बना हुआ है हम कहते हैं उत्तर प्रदेश की पुलिस अपनी जान को जोखिम में डालकर हर लड़ाई में चाहे बीमारी संबंधी कोई महामारी चल रही हो अथवा चोरी डकैती हत्या लूट बलात्कार हो सब में सबसे आगे पुलिस बुलाकर देश को देश के हित एवं सुरक्षा के लिए आगे लगाया जाता है और उत्तर प्रदेश पुलिस पूरी इमानदारी मेहनत लगन और सतर्कता के साथ में अपना फर्ज निभाती है जिस हिसाब से पुलिस कार्य करती हैं उस हिसाब से देखा जाए तो उनको मिलने वाला वेतन भी काफी कम नजर आता है शायद भाजपा की योगी सरकार इस प्रकरण को नहीं समझ पा रही हैं जिस दिन पुलिस का महत्व सरकार समझेगी उनकी वेतन वृद्धि के साथ-साथ उनकी उनकी परिवार के जिम्मेदारी का सहारा भारत सरकार अपने कंधों पर उठाएगी