रिपोर्ट—–मोo मुजाहिद इस्लाम
आरण,सहरसा
सभी ने एक ही जोर में नारा लगाए वीर शहीद कुंदन अमर रहे……
उसके बाद गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
भारत-चीन के लद्दाख बॉर्डर के गलावन में हुए हिंसक झड़प में सहरसा ज़िला के सत्तरकटैया पंचायत वार्ड नम्बर 13 आरण गाँव के लाल शहीद कुंदन कुमार का पार्थिव शरीर सहरसा पहुँचे,जहाँ शहीद कुंदन कुमार के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन में जुटे हज़ारो लोग,सभी ने नम आंखों से दी विदाई।सहरसा पहुँचे कुंदन कुमार का पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद सलामी दी गई।वही गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद शहीद कुंदन कुमार के बड़े पुत्र 5 वर्षीय रौशन कुमार ने अपने पिता शहीद कुंदन कुमार को दिया मुख्यागीन दिया गया।छोटे बच्चे को क्या पता कि हमारे पिता देश की रक्षा में शहीद हो गए।वही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी बिहार के शहीद जवानों के परिवार के बीच 36 लाख देने की घोषणा की गई।वही स्थानीय निवासी ने सहरसा ज़िला में बने कचहरी चौक का नाम बदलकर शहीद वीर कुंदन चौक का नाम रखने का नाम दिया गया।वही अंतिम दर्शन में बिहार सरकार के मंत्री सह कोशी कमशनरी के प्रभारी मंत्री रमेश ऋषिदेव,मधेपुरा के वर्त्तमान विधायक व पूर्व आपदा मंत्री चंद्रशेखर यादव,मधेपुरा के सांसद दिनेश चंद्र यादव,सहरसा विधायक अरुण यादव,पूर्व मंत्री सह महिषी के पूर्व विधायक स्वo अब्दुल गफ्फूर के पुत्र वर्तमान भावी प्रत्यासी अब्दुल रज्जाक,पूर्व विधायक गूँजेश्वर साह सहित ज़िले के जिलाधिकारी कौशल कुमार,कोशी रेंज के डीआईजी सुरेश प्रसाद चौधरी ,सहरसा पुलिस कप्तान राकेश कुमार,डीडीसी राजेश कुमार,सदर एसडीओ शम्भू नाथ झा,सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी,सहित ज़िले के विभिन्न थाने का पुलिस बल रहे मौजूद।वही स्थानीय निवासी ने कहा कि हमारे घर का भाई शहीद वीर कुंदन कुमार ने चीन बॉर्डर पर जो अंतिम चरण तक शहीद हुए है,उन पर गर्व करते है,अपने दुश्मन को मार गिराकर अंतिम क्षण में अपनी सांस को रोके।