नासरीगंज थाना क्षेत्र के ओझवलिया गांव में ससुराल वालों ने लाठी डंडों से पीटपीट कर दामाद की हत्या किये जाने का मामला प्रकाश में आया है। उसका शव धनावं गढ़ तालाब के निकट से बरामद हुआ। बाद में पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सासाराम भेज दिया। मृतक का नाम राजेंद्र सिंह(30 वर्ष) है जो कच्छवां थानाक्षेत्र के झाखर बिगहा निवासी स्व० नंदकिशोर सिंह का पुत्र बताया जाता है। इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने हत्या के आरोपित मृतक के ससुर टेसलाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि टेसलाल की पुत्री क्रांति की शादी राजेंद्र सिंह के साथ वर्ष 2007 में हुई थी। जिसके फौरन बाद पति पत्नी में विवाद शुरू हो गया और वर्तमान में फौजदारी केस हाईकोर्ट में चल रहा है। कुछ दिनों पहले पत्नी मायके आई थी। लेकिन फिर ससुराल जाने के लिए तैयार नहीं हुई। इसी क्रम में लड़की के मायके वाले मंगलवार की सुबह उसकी ससुराल गये और दामाद को साथ ले आए थे। सूत्रों के अनुसार उसे ओझवलिया गांव के बाहर ही मारा पीटा गया। जिससे उसकी जान चली गई। मृतक की मां ललिता कुंअर ने थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। जिसमें मृतक की पत्नी, ससुर, साला रामदुलार सिंह, भोला सिंह, रविशंकर सिंह और पूर्व जिला पार्षद दारा यादव के अलवा तीन अज्ञात को नामजद किया गया है। पुलिस मामले की गहनतापूर्वक जांच कर रही है। पुत्र वियोग में विलखती ललिता कुंअर बार बार यही दोहराती है कि कितने अरमान से शादी किया था बेटे का। लेकिन पत्नी ने ही उसकी हत्या करवा दी। फिर उसे ढारस दिलाने वाली पड़ोस की महिलाओ की भी आंखें डबडबा जाती हैं। ललिता कुंअर बताती हैं कि राजेंद्र सिंह उसका इकलौता पुत्र था। पति की मौत और कुछ वर्ष पहले बेटी की शादी करने के बाद वह अपने बेटे और बहू के साथ घर में रह रही थी। उसने बेटे की शादी इसी अरमान के साथ की थी कि बहू उसे खाना पकाकर खिलाएगी और बुढ़ापे का जीवन यू ही कट जाएगा। लेकिन दुर्भाग्य ऐसा कि बहू तो अपनी ना हो सकी। बेटे की भी हत्या ससुराल वालों ने कर दी। अब तो उसके जीने का एक ही मकसद है कि वह जीते जी बेटे के हत्यारों को सजा दिलवा सके। वहीं अपने भाई की मौत की खबर सुन कर मायके आई मृतक की बहन धनी देवी ने आरोप लगाया है कि उसकी भाभी अपने पति से हमेशा झगड़े करती थी। और उसे हत्या की धमकी भी दिया करती थी। लेकिन आज उसने धमकी को सच करके दिखा दिया। भाई को खोने के बाद अब उसे सबसे ज्यादा चिंता बेसहारा हो चुकी बूढ़ी मां का है। जो बिल्कुल अकेली हो चुकी है।