नगर पंचायत हरगांव में बड़ा घोटाले के संकेत,टीम गठित कर जेई समरा सईद व जलकल जेई के कार्यो की हो जांच
अजय सिंह
सीतापुर। हरगांव नगर पंचायत में घोटाले होने के संकेत मिलने शुरू हो चुके हैं। इस बात की चर्चाएं भी हो रही हैं कि जब वही अधिकारी जूनियर इंजीनियर लहरपुर नगर पालिका में तैनात और नगर पंचायत हरगांव में भी तैनात हैं कहने का मतलब है कि दोनों स्थानों पर एक ही अधिकारियों की तैनाती है तो फिर जब वहां पर करोड़ों का घोटाला हो सकता है। तो फिर हरगांव नगर पंचायत में घोटाला क्यों नहीं हो सकता?जिससे कि जेई समरा सईद व जलकल जेई की हरगांव नगर पंचायत में तैनाती इस बात को कहीं न कहीं बल दे रही है की हरगांव नगर पंचायत में घोटाला भी हुआ है। यह अलग की बात है कि इस मामले में कहीं पर भी शिकायत नहीं की गई। लेकिन इस बात के प्रमाण तब भी साबित हो जाते हैं जब मामले में नया ट्विस्ट आ जाता है कि विकास कार्यो में धांधली को लेकर वार्ड के सभासद ने इस्तीफा दे दिया है। परंतु इसके बावजूद भी प्रशासन नहीं चेता की वास्तविकता क्या है? इस बात की छानबीन होनी चाहिए थी बताते चलें कि उत्तर प्रदेश सरकार की योगी नेतृत्व की भ्रष्टाचार विरोधी नीति जीरो टॉयरेंस पर यह बात हजम नहीं होती है की मामला करोड़ों का घोटाला एक जगह हुआ और दूसरी जगह वही अधिकारी की तैनाती को लेकर सवालिया निशान खड़े हो जाएंगे और उसके बावजूद भी भ्रष्टाचार विरोधी नीति के तहत उनकी कोई कार्यों की जांच ना हो बताते चलें कि इस्पात की चर्चाएं काफी तेज हो चुकी हैं कि मौजूदा कार्यों को लेकर सस्पेंस बन गया है की हरगांव नगर पंचायत में भी जेई की कार्यशैली को लेकर सवालिया निशान खड़े हो गए है कि आखिरकार जांच कब होगी? जब चर्चाएं तेज हो चुकी हैं ।तो इनमें सत्यता की परख के लिए जांच होनी चाहिए बताते चलें कि सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी नीति के तहत लोगों में इस बात की चर्चाएं हो रही हैं कि यह मामला काफी पेचीदा है और सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला है जिसमें जमकर धन उगाही की गई है। हर जगह पर जूनियर इंजीनियर समरा सईद व जल कल जूनियर इंजीनियर ने अपने-अपने क्षेत्रों में कार्य को लेकर पैसा कमाओ अभियान के रूप में धन उगाही की है लेकिन उसके बावजूद भी कार्यवाही नहीं हो रही है जो शासन की भ्रष्टाचार विरोधी नीति पर कुछ सटीक नहीं पहुंच रहा है। आखिर अधिकारियों की ऐसी क्या मजबूरी है जो इन अधिकारियों के ऊपर जांच करना भी प्रशासन मुनासिब नहीं समझ रहा है। बताते चलें की चर्चाएं तेज हो रही हैं और इस बात कि अब चर्चाएं हो रही हैं कि जब लहरपुर नगर पालिका परिषद में करोड़ों के घोटाले को लेकर जिला अधिकारी सीतापुर द्वारा टीम गठित की गई है तो हरगांव नगर पंचायत पर जांच करने के लिए भी कार्यों की परख के लिए टीम बनाकर ही जांच की जाए तो अगर वास्तविकता में भ्रष्टाचार हुआ है तो वह सामने आ जाएगा फिलहाल तो इस मामले में अभी हरगांव नगर पंचायत के ऊपर किसी भी प्रकार की कोई जांच होती नहीं दिखाई पड़ रही है ।