मसौढ़ी पटना गया रेलखंड के तारेगना और नदवां स्टेशन के बीच भलुआ गांव के सामने शनिवार की सुबह अप ट्रैक टूट गया। लेकिन, दो ग्रामीणों की सूझबूझ से 63243 अप पैसेंजर ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई। ट्रैक की मरम्मत कर कॉशन में अप ट्रैक पर ट्रेन को चलाया गया। उसके बाद पटरी बदली गई। इस दौरान अप ट्रैक पर ट्रेनों का परिचालन करीब 40 मिनट बाधित रहा। शनिवार की सुबह 7:15 बजे नदवां से 63243 अप सवारी गाड़ी तारेगना स्टेशन के लिए खुली। ट्रेन अभी नदवां से कुछ देरी पहुंची थी कि भलुआ गांव के अपने खेत का पटवन कर रहे दो युवकों रामलगन यादव एवं सुभाष यादव ने 17/ 25 किलोमीटर पर अप ट्रैक की पटरी टूटी देखी।ट्रेन को आता देख उन्होंने लाल गमछी को टूटे हुए ट्रक से पहले ही दोनों तरफ से तान कर पकड़ लिया। चालक ने ट्रक पर लाल गमछी ताने हुए दोनों युवकों को देख ट्रेन को रोक दिया और ट्रेन से उतर कर वहां पहुंचा। दोनों युवकों ने उसे टूटे हुए ट्रैक को दिखाया। चालक ने इसकी सूचना तारेगना के स्टेशन मास्टर केएन प्रियदर्शी को दी। बाद में मौके पर जाहानाबाद से पहुंचे आईओडब्ल्यू कर्मियों ने पहले तो ट्रैक की मरम्मत की और फिर 63243 अप सवारी गाड़ी को काॅशन में वहां से रवाना किया गया। इस दौरान करीब 40 मिनट तक सवारी गाड़ी रुकी रही।
*दोनों युवकों को पुरस्कृत करने के लिए रेलवे से जाएंगी अनुशंसा*
*तारेगना स्टेशन के स्टेशन मास्टर केएन प्रियदर्शी ने बताया कि भलुआ गांव के रामलगन यादव एवं सुभाष यादव की सुझबुझ और साहसपूर्ण कार्य से एक बड़ा हदसा टल गया है* *उन्हें पुरस्कृत करने के लिए वे दानापुर रेलमंडल को अनुशंसा भेजेंगे*