अश्वनी सिंह ,ब्यूरो चीफ
नरकटियागंज/बिहार
शिकारपुर थाना अंतर्गत राजपर तुमकड़िया पंचायत के मोहम्मदपुर गांव की एक नाबालिक को यौन शोषण के बाद जलाने की मामला अब तूल पकड़ती जा रही है इसके संबंध में कई तरह की चर्चाएं ग्रामीणों के द्वारा चौक चौराहे पर शुरू हो गई है चाय की दुकान हो या बैठक जहां भी महिला और पुरुष एकत्रित हो रहे हैं यह चर्चा का विषय बनता जा रहा है जबकि घटना के संबंध में नरकटियागंज अनुमंडल अस्पताल से बेहतर इलाज के लिए बेतिया एमजेके में रेफर की गई थी जबकि स्थिति को गंभीरता से देखते हुए बेतिया एमजेके अस्पताल से पटना पीएमसीएच के लिए पीड़िता लड़की को पटना पीएमसीएच में ले जाने के क्रम में हाजीपुर के नजदीक अंतिम सांस ली इस बिच जिनदगी की घड़ी में अपने आप से जूझती रही पिड़ीता लेकिन अपने आप को मौत के हवाले कर दी जहां से परिजन ने फिर वापस बेतिया लाया गया और उसकी शव को पोस्ट मास्टर करने के बाद परिजन को 2:30 बजे रात्रि में सौंप दी गई जैसे ही गांव में लड़की की शव पहुंची गांव में मातम छा गया कुछ ग्रामीणों का कहना है अरमान अपने पिता के तीसरा पुत्र है जो अभी शिक्षा-दीक्षा कर रहा था कुमार बाग से डी एल ई का प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया था जब कि उसके पिताजी मदरसा में शिक्षक का काम करते हैं इसके बड़े भाई फर्नीचर का काम करता है किसी तरह मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण किया जाता है।
कुछ लोगो का कहना
है की पुलिस के अनुसंधान में जिसे दोषी पाया जाता है उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।कुछ लोगो का ये भी कहना है की पुलिस के अनुसन्धान मे वह निर्दोष निकलेगा दोषी कोई और होगा जबकि घटना सुबह 7:00 बजे की बताई जा रही है घर की अन्य औरतें उसी घर पीछे खाना बना रही थी और घर के अगले रूम में पीड़िता उपस्थिति घर की महिला ने बताएं कि हमने किसी को नहीं देखा लेकिन लड़की के भाई का कहना है कि अरमान के द्वारा मिट्टी तेल छिडक कर जलाया गया जबकि पीड़िता के घर से अरमान की घर की दूरी लगभग 300 से 500 मीटर बताई जा रही है जबकि कई ग्रामीणों का कहना है ऐसी घटना आज तक इस गांव में नहीं हुई है, हम लोगो को इस घटना से बहुत अहात पहुचा हैं, जबकि लड़के के संबंध में कुछ भी बताने से इंकार कर रहे हैं सिर्फ उन लोगों का यही कहना है अगर इंसाफ मिला तो निश्चित ही अनुसंधान में सब कुछ साफ-साफ नजर आएगा इस घटना के पीछे ऐसा भी हो सकता है कि अपनी बदनामी को छिपाने के लिए ऐसी घटना का अंजाम दिया जा सकता है,इधर आस पास के गांव में भी चर्चा का विषय बना हुआ है सबसे बड़ी आश्चर्य की बात तो यह है की लड़की के परिजनों से जब पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि करीब डेढ़ माह पहले वह सरेह में गई हुई थी उस दौरान अरमान से उसके साथ नाजायज तालुकात था, मगर इसी चीज का खंडन करते हुए कुछ लोगों ने दबे आवाज में बताया और कहा कि मेरा नाम नहीं आना चाहिए यह जो आज घटना हुई है उसमें अरमान और उस लड़की का प्रेम प्रसंग करीब 1 सालों से चला आ रहा था तो उस समय अरमान का बच्चा पेट में पल रहा था।
यह घटना आज यह बहुत बड़ा प्रश्न बन गया है क्योंकि उसी दिन पंचो के द्वारा गांव में पंचायती होने वाली थी जबकि पुलिस कप्तान नीताशा गुड़िया एवं एस डी पी ओ सूर्यकांत चौबे ने कहा अनुसंधान जारी है इसमें लिप्त कोई भी व्यक्ति बख्शा नहीं जाएगा चाहे वह कितना भी बड़ा चलाक क्यों ना हो पुलिस की नजरों से बच नहीं पाएगा चाहे इस घटना के पीछे किसी का भी हाथ है अनुसंधान में शीघ्र ही खुलासा हो जाएगा और जिसने इस घटना को अंजाम दिया है बहुत जल्द पुलिस के गिरफ्त में होगा।