करगहर/सासाराम/बिहार
संवाददाता–मो०शमशाद आलम
करगहर —स्थानीय बाजार व गांव में बंदरों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। घरों के बाहर व छत पर बैठी महिलाओं व बच्चों को प्रतिदिन नोच रहे है।वहीं मंगलवार के दिन में करगहर के वार्ड न०12 के नेशार आलम के गुंग पत्नी अंजू आरा ने अपने नन्ही बच्ची को छत पर बैठकर मालिश कर रही थी कि पीछे से पांच -छ: के संख्या में आये बंदरों ने महिला को काट कर जख्मी कर दिया।बंदरों आहट व छत पर कुदने व महिला चिल्लाने के आवाज सुनकर अगल -बगल वाले छत या घर के लोग दौडकर छत पर आये तब बंदरों को लाठी- डांटे से खदेड कर भागाये।जब तक बंदरों ने महिला को काट व नोच कर जख्मी कर दिये थे ,महिला बोल भी नही सकती है वह गुंग है ।परिजनों ने जख्मी महिला को इलाज के लिए स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गये, जहाँ जख्मी महिला को एंटी रेबीज का इंजेक्शन नहीं मिला।परिजनों ने बताया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों ने एंटी रेबीज का इंजेक्शन स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध नही होने के बात कह कर जख्मी महिला को एंटी रेबीज का इंजेक्शन के लिए सासाराम रेफर कर दिया। पडो़सियो व परिजनों ने कहा कि हर रोज किसी न किसी गली में बंदर बच्चे, महिला व बुजुर्गों को काट रहे हैं। लोगों द्वारा बंदर को पकड़ने के लिए प्रशासन से बार-बार मांग करने के बाद भी बंदरों को नहीं पकड़वाया जा रहा है।