रोहतास/बिहार
प्रधानमंत्री का महत्वाकांक्षी मुद्रा लोन के लिए युवा बैंक के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन बैंक कोई न कोई बात कह कर हाथ खड़ा कर रहा है ।जिससे बेरोजगार युवकों को रोजगार के सपना को ग्रहण लगता दिख रहा है ।बिक्रमगंज ही नहीं डेहरी ,सासाराम के कमोबेश सभी बैंकों की हालत एक जैसी ही है। बैंक प्रबंधकों द्वारा अलग-अलग कागजात लोन के लिए अप्लाई करने वाले यूवको को समझा दे रहे हैं। जिससे पढ़े-लिखे मुद्रा लोन लेने से वंचित हैं। 8 अप्रैल 2018 को मुद्रा लोन की शुरुआत की थी प्रधानमंत्री मोदी ने। हालांकि इससे कुछ युवाओं को रोजगार मिला कुछ युवा फायदा उठा सकें लेकिन अब बैंक आनाकानी कर रहा है शायद सेटिंग नहीं हो पा रही है।