जमुई/बिहार
जमुई से अजीत कुमार की रिपोर्ट
बरहट प्रखंड के सुदूरवर्ति गाँवों में इन्द्रधनुष चाइबासा(झारखंड) के संतोष पोद्दार के नेतृत्व में नक्सली विरोधी नुक्कड़ नाटक के द्वारा समाज के भटके हुए लोगों को मुख्यधारा में लौटने की प्रस्तुति की। नक्सलियों का सुरक्षित जोन बरहट थाना क्षेत्र के गुरमाहा गांव में सोमवार को नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कलाकारों ने समाज के भटके लोगों को मुख्यधारा में शामिल होने की अपील किया। कलाकारों ने अपने कला के माध्यम से बताया कि कैसे आज के युवा गलत रास्ते पर चले जाते हैं ।कलाकारों ने बताया की नक्सल के नाम पर आज लोगों का शोषण होता है, कैसे नक्सल प्रभावित गांव सरकार के विकास की योजनाओं से अछूता रह जाता है। वैसे गांव में जब सरकार प्रायोजित कोई योजनाएं चलती है तो नक्सली उसे होने नहीं देते । पुल -पुलिया, शैक्षणिक संस्थाओं को ध्वस्त कर दिया जाता है । जब कोई ग्रामीण सरकार की योजनाओं या विकास की बात करता है तो नक्सली उसे धमकाते हैं , पुलिस का खुफिया बताते हुए उनकी हत्या कर देते हैं । इतना ही नहीं नक्सल प्रभावित गांव में महिलाओं का शोषण किया जाता है। जब भी ग्रामीण इन बातों से बाहर निकलने का प्रयास करते हैं तो उस पर तरह तरह का अत्याचार किया जाता है। विवश हो कर वैसे ग्रामीण या तो गांव छोड़ देते हैं या फिर पुलिस का खुफिया बताते हुए नक्सली द्वारा उनकी हत्या कर दी जाती हैं। वैसे गांवों में कोई सरकारी कर्मी जाना नहीं चाहता। शिक्षक विद्यालय नहीं जाना चाहते तो अन्य कर्मी भी दूरी बना लेते हैं। आश्चर्य तो तब होता है जब गरीबों को न्याय दिलाने के नाम पर नक्सली भी इनका दोहन करते हैं।
इस मौके पर बरहट थानाध्यक्ष अब्दुल हलीम दल बल के साथ इन्द्रधनुष नक्सली विरोधी नुक्कड़ नाटक के पूरी टीम साथ साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी मौजूद थे।