संवाददाता—मो०शमशाद आलम
करगहर/सासाराम/बिहार: — खेतों में फसल अवशेष (पराली) जलाने से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए कृषि विभाग द्वारा प्रस्तावित राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत करगहर प्रखंड के बालिका उच्च विद्यालय करगहर के परिसर छात्राओं को प्रधानाध्यपिका व शिक्षकों के द्वारा फसल अवशेष न जलाने की शपथ दिलाई गई । छात्राओं ने शपथ कार्यक्रम में भाग लेती हुई यह शपथ ली कि वे फसल की कटाई के बाद फसल अवशेष को खेतों में न जलाने के लिए अपने परिवार जनों व सगे संबंधियों को प्रेरित करेंगे । वे फसल अवशेष को खेतों में जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को बताएंगे तथा फसल अवशेष प्रबंधन के लिए उन्हें प्रेरित करेंगे ।इस दौरान बताया गया कि फसल अवशेष को खेतों में जलाने से न केवल पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है बल्कि इसका दुष्प्रभाव मानव शरीर, खेतों की उर्वरा शक्ति व कृषि उपज पर साफ तौर पर देखा जा सकता है ।प्रधानाध्यपिका इंदु कुमारी ने बताया कि फसल अवशेषों को जलाने से मिट्टी का तापमान बढ़ता है जिससे मिट्टी में मौजूद लाभकारी जीवाणु व जैविक कार्बन नष्ट हो जाते हैं । पराली जलाने से निकलने वाला धुआं आंखो में जलन, व नाक, गला व सांस लेने में परेशानी पैदा करता है जिसको ध्यान में रखकर पराली जलाने से परहेज किया जाना चाहिए ।वहीं उन्होंने ने सभी छात्राओं के बीच पन्नों का बुकलेट भी वितरित किया गया।शपथ कार्यक्रम में शामिल शिक्षक जगदीश सिंह, सुमित कुमार, शिक्षिका बिलकिस फातमा,इंदु देवी,फुल कुमारी सहित विद्यालय के सभी शिक्षक व शिक्षिका तथा सभी छात्राओं मौजूद थी।