मोतिहारी/सुगौली
सुगौली बाजार मारवाड़ी धर्मशाला के पास चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के आज दुसरे दिन गोविंद बोले हरि गोपाल बोले श्री राधा रमण हरि गोविंद बोले के वंदना के बाद कथा वाचिका पूज्या श्री जयाकिशोरी ने पींड दान के मतलब अपने आप को भगवान के भक्ति में लगा दो।कथा सुनने से कल्याण नहीं होते कथा सुनकर चिंतन मनन् कर उस पर चलने से होती है। कथा सुननी है, तो उसपर चलना एवं जीवन में उतारना होगा।उन्होंने भक्तों को कहा सात दिन की कथा में एक भी अच्छी बात अपने जीवन में उतारते हैं, तो आपकी कथा सुनना सार्थक होगी।सती अनुसूया के जीवन चरित्र पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा सती अनुसूया के आज तक कोई सती नहीं हुई।भक्ति मंच पर कथावाचिका श्री जयाकिशोरी ने सती अनुसूया के एक प्रसंग पर बालरुपि पालना का एक चित्रण ब्रह्मा, विष्णु, महेश के बाल रुपि पालना के भक्ति गीत के साथ प्रस्तुत किया।जिसे भागवत कथा पंडाल में भक्त जन भक्ति रस में डूबते गए।श्री जयाकिशोरी ने कहा भगवान दुख में साथ देते हैं, एवं सुख में चले जाते है। उन्होनें कहा किसी को भी अपमानित नहीं करनी चाहिए।जो भगवान के भक्त है, किसी को दुख नहीं पहुचाते एंव भक्त को रोता देख भगवान भी दुखी हो जाते है।इस लिए हर इंसान को हमेशा अच्छे कार्य हमेशा करनी चाहिए।श्री जयाकिशोरी नी कथा के दूसरे दिन कौरव एवं पांडवों के भी चर्चा की।