पिछले कुछ वर्षों से हो रहे थे इस पर काम, बाघों एवं उनके शावकों की गिनती एवं निगरानी करने में मिलेगी सहायता
बाल्मीकि नगर वन प्रमंडल दो बीटीआर के जंगल में पिछले कुछ वर्षों से जंगल में कैमरा ट्रैप लगाने की चर्चा जोर-शोर से हो रही थी। यह चर्चा इसलिए हो रही थी कि ट्रैक कैमरा लगने से वीटीआर के जंगल में रह रहे बाघों की देखरेख के साथ-साथ उनकी गिनती करना आसान हो जाएगा वही प्रक्रिया आज से वन प्रमंडल 2K बाल्मीकि नगर जटाशंकर वन क्षेत्र में शुरू हो गया है। इस बाबत जानकारी देते हुए वन क्षेत्र पदाधिकारी महेश प्रसाद ने बताया कि कैमरा ट्रैप लगने से जंगल में रह रहे बाघों की संख्या की जानकारी करना विभाग के लिए आसान हो जाएगा साथ ही कुछ सड़कों का फुटप्रिंट भी मिला है जिससे उनका देखरेख करना भी वन विभाग के लिए आसान हो जाएगा। वन क्षेत्र पदाधिकारी महेश प्रसाद ने बताया कि जंगल में बाघ के शव को की संख्या भी बढ़ गया है जिनकी देखरेख करने में कैमरे के द्वारा आसान हो जाएगी। वन क्षेत्र पदाधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में बाघों की संख्या में वृद्धि आशा के अनुरूप से कहीं ज्यादा हुआ है जिनकी देखरेख करने में ट्रैक कैमरा बहुत ही सहायता करेगा।