दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्याल (सीयूएसबी) के विधि संकाय के तत्वाधान में आयोजित तृतीय इंट्रा मूट कोर्ट प्रतियोगिता का सोमवार को शुभारंभ हुआ ! जन संपर्क पदाधिकारी (पीआरओ) मो० मुदस्सीर आलम ने बताया कि उद्घाटन समारोह में माननीय कुलपति प्रोफेसर हरिश्चन्द्र सिंह राठौर के साथ मुख्य अतिथि के रूप में जिला कानूनी सेवाएं प्राधिकरण की सचिव कल्पना श्रीवास्तव मौजूद थी ! कार्यक्रम के औपचारिक उद्घाटन के पश्चात् मुख्य अतिथि महोदया ने विवि के कैंपस एवं विधि विभाग में मौजूद संसाधनों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने यह परिकल्पना नहीं की थी कि गया ज़िले में इतनी शानदार शिक्षण संस्था है । उन्होंने कहा कि सीयूएसबी में कानून की शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों का प्रदर्शन काफी उत्कृष्ठ है जो सराहनीय है ! उन्होंने सभागार में मौजूद विद्यार्थियों को विशेष तौर संबोधित करते हुए ये उपदेश दिया कि वे अपने न्यायव्यवस्था के छेत्र में निपुणता से काम करने के साथ – साथ एक अच्छा इंसान भी बनने की कोशिश करें ! वहीँ कुलपति प्रोफेसर राठौर मुख्य अतिथि को विवि आने के लिए साधुवाद दिया तथा तृतीय इंट्रा मूट कोर्ट प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागियों को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए शुभकामनाएं दी एवं जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
इससे पहले अतिथियों का स्वागत मूट कोर्ट सोसाइटी की संयोजिका श्रीमती पूनम कुमारी ने गुलदस्ते से किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ जिसके बाद सभी उपस्थित लोगों का स्वागत डॉ० देव नारायण सिंह ने किया। कार्यक्रम संचालक मानसी और शुभम अभिजीत ने कार्यक्रम का ब्यौरा देते हुए मंच पर श्रीमती पूनम कुमारी को आमंत्रित किया जिन्होंने पिछले कई सालों से चले आ रहे इस प्रतियोगिता के बारे में बताया एवं मूट कोर्ट सोसाइटी के उपलब्धियों से सभी को अवगत करवाया।उन्होंने यह भी बताया कि किस तरह विभाग के छात्र काम संसाधनों में भी विश्वविद्यालय का नाम पूरे देश में रोशन कर रहे हैं। इसके बाद सह प्राध्यापक डॉ० प्रदीप कुमार दास ने वकीलों के कर्तव्यों से छात्रों को अवगत कराया व उन्हें भविष्य के लिए शुभकानाएं दी। विभाग के प्रमुख व डिन प्रोफेसर(डॉ) पवन कुमार मिश्रा ने कहा कि जिस तरह मेडिकल कॉलेज में अस्पताल जरूरी होता है उसी तरह लॉ कॉलेज को भी कोर्ट से जोड़ा जाना चाहिए ताकि छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान हो सके। आगे उन्होंने कहा कि मूट कोर्ट का अभ्यास छात्रों के लिए बहुत जरूरी है और बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने भी इसे उनके पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया है। विधि विभाग ने बहुत ही काम समय में शैक्षिक छेत्र में कई सारी उपलब्धियां हासिल कर ली है और उन्हें अटूट विश्वास है कि भविष्य में भी इसी तरह विद्यार्थी आगे बढ़ते रहेंगे।
उन्होंने सभी टीम व उनके सदस्यों की शुभकामनाएं दी। 26 नवंबर तक चलने वाले मूट कोर्ट प्रतियोगिता में 17 टीम ने भाग लिया है जिन्हें दो भागों (समूहों) में बांटा गया है। प्रतियोगिता के अंतर्गत आयोजित विभिन्न चरणों से गुजरने के बाद मूट कोर्ट के विजेताओं की घोषणा की जाएगी ! कार्यक्रम में विधि विभाग के प्रमुख व डिन प्रोफेसर (डॉ) पवन कुमार मिश्रा एवं अन्य शिक्षगण, डॉ प्रदीप कुमार दास, डॉ देव नारायण सिंह, डॉ पल्लवी सिंह, डॉ अनंत प्रकाश नारायण , श्री मनी प्रताप, श्री राम चन्द्र आदि मौजूद थे ! अंततः मूट कोर्ट सोसाइटी की छात्र कन्वेनर दिव्य मेघना ने उपस्थित लोगों का धन्यवाद ज्ञापन किया।